Food

42 गांवों की सुरक्षा के लिए जसोल में नया थाना हुआ शुरू, नए थाने की डिम्पल कंवर होगी पहली थानाधिकारी

42 गांवों की सुरक्षा के लिए जसोल में नया थाना हुआ शुरू

जसोल- राज्य सरकार की ओर से की गई घोषणा के बाद जिले के बालोतरा उपखंड के जसोल में नया थाना शुरू हो गया है। विधायक मदन प्रजापत व पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुक्रवार को थाने का विधिवत संचालन शुरू किया गया। इस जसोल थाना क्षेत्र में बालोतरा उपखण्ड क्षेत्र के 42 गांवों को शामिल किया गया है। ऐसे में इस जसोल थाना पुलिस पर अब 42 गांवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। 

उपखंड में हो गए चार थाने-  जसोल कस्बे में नया पुलिस थाना बनने से अब बालोतरा थाने के अधीन गांवों को नए पुलिस थाने से जोड़ने के कारण पुराने थाने के कार्य का बोझ काफी हद तक हल्का हो जाएगा। पहले बालोतरा पुलिस थाने के अधीन कई गांवों के काम काज का बोझ था। जसोल में बने नए पुलिस थाने के अधीन अब 42 गांव रहेंगे। साथ ही अब बालोतरा उपखंड क्षेत्र में थानों की संख्या चार हो गई है। इससे प्रत्येक थाने के हल्का क्षेत्र के गांवों की लम्बी दूरिया कम होगी तो पुलिस समय पर पहुंच पाएगी।

नवस्थापित जसोल पुलिस थाने के अधीन रहेंगे ये गांव-

जसोल, बुड़ीवाड़ा, कालूड़ी, माजीवाला, मेवानगर, तेमावास, मण्डावास, बामसीन, शोभावास, बिठुजा, कितपाला, जुंजाणीयो की ढाणी, सिमालिया, किटनोद, बामणी, भिंडाकुआ, सिणली जागीर, सिणली चोसिरा, रिखरलाई, कतवारी, तिलवाड़ा, कपूरिया, बोरावास, जोगेश्वर महादेव, थान मल्लीनाथ, भाखरी खेड़ा, पनोतरी नाड़ी, श्री खेमेसर नगर, जागसा, सुरसिंह का ढाणा, रणियासर, मोडाउ, वरिया भगजी, वरिया तगजी, वरिया वरेचा, टापरा, आसोतरा, श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, खेतलानाडी, गोगराड़ नाड़ी, असाड़ा, पोशल नगर गांव अब जसोल थाने के अधीन आएंगे।
थानाधिकारी डिपंल कंवर ने किया पदभार ग्रहण- 

नए पुलिस थाने का पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच समारोह पूर्वक विधिवत उद्घाटन किया गया। वहीं उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, पुलिस उप अधीक्षक धनफुल मीणा की मौजूदगी में नए पुलिस थाने का फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया गया। इस दौरान जसोल में स्थापित हुए नए पुलिस थाने का इंचार्ज बनने पर थानाधिकारी डिम्पल कंवर को  शुभकामनाएं दी। इस मौके पर विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि जसोल कस्बे में पुलिस थाने की सख्त जरूरत थी। तथा जसोल में नए पुलिस थाना स्थापित करवाने का मेरा लक्ष्य था जो आज पूरा हो गया। जसोल धार्मिक नगरी होने के साथ हाइवे से जुड़ा हुआ है। साथ ही विश्व विख्यात जैन तीर्थ नाकोड़ा भी आया हुआ है। और इसके आसपास में गांवों की अधिकता को देखते हुए पुलिस थाना होना वैसे भी जरूरी ही था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो घोषणा की उस पर कायम हैं। जनता की सेवा में विश्वास करते हैं।  एसपी भार्गव ने विधायक समेत गणमान्य लोगों का आभार जताते हुए पुलिस के कार्यों में सहयोग बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने क्षेत्र में बढ़े अपराधों के ग्राफ में कमी लाने की बात की। बालोतरा व जसोल थाने का काम काज बंट जाने से अपराधों का ग्राफ घटेगा और गांवो से घटनाओं की शिकायत मिलते ही समय पर आसानी से पहुंचा जा सकेगा। इस दौरान पंचायत समिति बालोतरा प्रधान भगवतसिंह जसोल, नगर परिषद सभापति सुमित्रा जैन, जसोल सरपंच ईश्वर चौहान, सीईटीपी जसोल अध्यक्ष भरत मेहता, सीईटीपी बालोतरा अध्यक्ष रूपचंद सालेचा, बालोतरा, हरिचन्द्रसिंह जसोल, मेहबूब खा सिंधी, थानाधिकारी बालोतरा बाबूलाल रेगर सहित कई गणमान्य रहे। 

नए पुलिस थाने का किया विधिवत उद्घाटन, 22 की नफरी स्वीकृत

फिलहाल नए थाने में 22 की नफरी स्वीकृत की गई हैं। पहले जसोल में पुलिस चौकी ही थी। ओधोगिक क्षेत्र व मेघा हाइवे से सटा होने के साथ दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। रात के समय अपराधियों के धरपकड़ के लिए पुलिस चौकी के हिसाब से इतने संसाधन उपलब्ध नही थे। यहां तक कि पुलिस चौकी होने के बावजूद वाहन तक नहीं था। नया थाना बनने से यहां 22 की नफरी स्वीकृत की गई है। नए थाने को चौपहिया वाहन भी उपलब्ध हो चुका है। पहले चौकी के हिसाब से गिने चुने पुलिस के जवान ही कार्यरत थे। नफरी बढ़ने से गांवों में घटित होने वाली अपराधिक प्रवृत्तियों की रोकथाम के लिए समय पर पुलिस बंदोबस्त किया जा सकेगा। हालांकि वर्तमान में जसोल के नए थाने में थानाधिकारी समेत कुल 22 की नफरी तैनात की गई है।