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बजरी की मनमानी कीमत के विरोध में महापड़ाव का आयोजन कल, हजारो लोग होंगे शामिल


बालोतरा-  सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद करीब 4 साल तक बंद रहा बजरी खनन अब फिर से शुरू हो गया है। कोर्ट से मिली अनुमति के बाद बजरी खनन शुरू किया गया है, लेकिन अब बजरी ठेकेदारों के मनमानी देखने को मिल रही है। उसको लेकर रविवार 25 सिंतबर को बजरी की मनमानी कीमत के विरोध में महापड़ाव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जिलेभर के जनप्रतिनिधि व हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। बालोतरा में महापड़ाव को लेकर आयोजित हुई प्रेसवार्ता में ने ठेकेदार पर मनमर्जी के आरोप लगाते हुए बताया गया कि सरकार की तरफ से निर्धारित रॉयल्टी से दस गुना अधिक कीमत वसूलने के चलते सभी सरकारी निर्माण योजनाएं ठप्प हो गई है। उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास, टांका निर्माण समेत अन्य योजनाओं से जुड़े सभी निर्माण कार्य पिछले एक साल से बन्द पड़े है। आमजन को दोहरी मार पड़ रही हैं। लेकिन कोई सुध लेने वाला नजर नही आ रहा है। इसको लेकर कल रविवार को उपखण्ड मुख्यालय के शहीद भगतसिंह सभा स्थल पर एक बड़ा महापड़ाव हो रहा है। जिसमे हजारो की संख्या में लोग मौजूद रहेंगे। सरपंच रहीश दान ने  कहा कि इस महापड़ाव में आमजन की ओर से ठेकेदार की मनमानी का भारी विरोध किया जाएगा और सरकार तक गरीब मजदूर की आवाज को पहुंचाने का काम करेंगे। अगर सरकार फिर भी कोई एक्शन लेने में पीछे रह जाती है तो आगे भारी आंदोलन करने जैसी योजना भी महापड़ाव के समय बन सकती हैं। ठेकेदार मनमाने तरीके से अवैध रूप से बजरी का भारी स्टॉक भी कर रहा है। इस प्रकार से अगर काम चलता रहा तो आने वाले समय में बजरी बहुत ही उच्च दाम पर बेची जाएगी। बजरी के मामले में मनमाने तरीके से वसूली जाने वाली रोयल्टी के पीछे जो लोग हैं उनका नेटवर्क उच्च स्तर तक है। ऐसे में सरकार को कार्रवाई करके उनके पीछे किन लोगों का हाथ है यह सब के सामने लाना चाहिए। सरकार की तय रेट अनुसार ही रॉयल्टी को वसुली हो होनी चाहिए उससे अधिक ठेकेदार वसुल रहा है जो कानूनन जुर्म है। आरएलपी नेता थानसिंह डोली ने कहा कि हम आमजन की आवाज को बुलंद करना चाहते है। ये महापड़ाव किसी पार्टी, जाति वर्ग का नही है ये सर्वसमाज का है । जो बजरी की दरें कम करने को लेकर के भगत सिंह सभा स्थल बालोतरा में महापड़ाव में हजारों की संख्या में भाग लेंगे। महापड़ाव को लेकर के जिले भर के अलग-अलग गांवों में प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा जनसंपर्क व पीले चावल बांट कर निमंत्रण दिया जा रहा है। आरएलपी नेता थान सिंह डोली ने बताया कि बजरी की दरें कम करने को लेकर आयोजित होने वाला महापड़ाव ऐतिहासिक होने वाला है। भीम आर्मी जिलाध्यक्ष हुकमेश राठौड़ ने कहा कि सरकार को आमजन की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बजरी की दरें कम करनी होगी। अन्यथा किसान वर्ग ईंट से ईंट बजा देगा। अलग-अलग क्षेत्रों में प्रमुख लोगों को इसके लिए जिम्मेदारियां भी बांटी जा चुकी है। ठेकेदारों की और प्रशासन की मनमानी अब ज्यादा समय तक चलने वाली नहीं है। जिले भर में बजरी की दरें कम करने को लेकर के महापड़ाव को सफल बनाने के लिए आमजन का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इस दौरान मेघवाल युवा संघर्ष समिति संस्थापक श्याम डांगी, ईश्वर पारंगी,पूर्व उपसभापति श्यामलाल माली, हिंदू राम राठौड़, नेमीचंद, मालाराम, खेतसिंह दुदवा, राजू जीनगर, राजू चोधरी सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।