Food

अकाल के दौर में तीन दिन तक राजमाता ने बांठिया के साथ बांटा था पीडि़तों का दर्द

अकाल के दौर में तीन दिन तक राजमाता ने बांठिया के साथ बांटा था पीडि़तों का दर्द 

राजमाता विजयराजे सिंधिया की जयंति पर दी श्रद्धांजलि

बालोतरा। भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य गणपत बांठिया एवं श्री चंपालाल बांठिया चेरीटेबल ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने राजमाता विजया
राजे  सिंधिया की जयंति पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हे याद किया गया।
भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य एवं श्री चंपालाल बांठिया चेरीटेबल ट्रस्ट अध्यक्ष गणपत बांठिया ने राजमाता विजयराजे सिंधिया की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन आमजन की सेवा और देश सेवा में व्यतीत हुआ है जो आज भी प्रेरणास्त्रोत है।भाजपा की संस्थापक सदस्य, आठ बार सांसद
तथा राजमाता संगठन और देशप्रेम की विचार
धारा के साथ राजनीति एवं आपातकाल में दिया गया उनका योगदान अतुलनीय है। बांठिया ने बताया कि तत्कालीन पूर्व विधायक स्व.चंपालाल बांठिया के साथ क्षेत्र में अकाल एवं बाढग़्रस्त इलाकों में पीडि़तों की सेवार्थ कुशलता के साथ कार्य करते थे। राजमाता अपने बाड़मेर दौरें के दौरान तीन दिवस तक पूर्व विधायक स्व.चंपालाल
बांठिया के निवास स्थान पर रूकीं एवं प्रतिदिन सुबह होते हीं अकाल पीडि़तों का दुख दर्द बांटने निकल पड़ते थे। राजमाता का मानना था कि कार्यकर्ता आम हो या खास उसको स्वयं आमजन
तक पहुंचकर उनके सुख दुख में भागीदार बनना पड़ता है, इस दौरान राजमाता स्व.चंपालाल बांठिया के सादगी भरें जीवन और आमजन के साथ सीधे संवाद एवं कार्यकुशलता की प्रशंसा भी की थी।